वरिष्ठ जनों का ध्यान रखना हमारी प्राथमिकता
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में जूनियर रेडक्रॉस, गाइड्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। विद्यालय की जे आर सी और ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने वरिष्ठ नागरिक दिवस पर कहा कि वृद्धावस्था में सब से अधिक अपनों के साथ की आवश्यकता होती है वे यही चाहते है कि उनको सम्मान मिले तथा उन्हें महत्व मिले जिसके वे अधिकारी है।
जीवन के इस पड़ाव में जब शरीर भी उनका साथ नहीं देता है ऐसे में उनको मानसिक विश्राम देने की बहुत आवश्यकता होती है। हमारा नैतिक और सामाजिक दायित्व है कि विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर अपने निकट के प्रत्येक नागरिक का सम्मान करें और सुनिश्चित करें कि हमारे वरिष्ठ जनों को प्यार, स्नेह और सहानुभूति मिले। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं परंपरा में वरिष्ठ जन सदैव वरेण्य रहे हैं। हमें अपने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान व कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनकी सेवा हेतु सदैव तत्पर रहना चाहिए।
यह दिवस युवाओं द्वारा उन समस्याओं को स्वीकार करने का प्रयास है जो वरिष्ठ नागरिक अपनी आयु के कारण सामना करते हैं यह दिवस यह पहचानने का भी प्रयास है कि हमारे माता पिता और दादा दादी इतिहास की जीवंत स्मृति हैं। उन के पास जीवन के अनुभवों के माध्यम से मूल्यवान और अच्छी प्रकार से अर्जित ज्ञान है जिसे वे आने वाली जेनरेशन के साथ साझा कर सकते हैं क्योंकि वे जीवन के कई पहलुओं को नेविगेट करते हैं। प्राचार्य मनचंदा, प्राध्यापिका सुशीला अध्यापिका सोनिया एवम धर्मपाल शास्त्री ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नागरिक हमारे लिए अनमोल है उन का असीमित ज्ञान हमारी प्रत्येक कठिनाई को दूर करने के लिए राम बाण है।
हमें बुजुर्गों को सम्मान देना और उन्हें स्पेशल महसूस कराना है। वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान तो प्रत्येक दिन किया जाता है परंतु इस विशेष दिन पर उन्हें आभास कराया जाता है कि वो हम पर बोझ नहीं है अपितु जिस सुंदर बगिया में आप खिलखिला रहे हो, उसको इसी बागबान ने सींचकर इतना मनोरम बनाया है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने सुंदर पोस्टर बनाने के लिए सभी जे आर सी सदस्य बालिकाओं की प्रशंसा करते हुए अपने दादा दादी, नाना नानी एवं वरिष्ठ जनों के साथ उन के अनुभवों को सांझा करने के लिए तथा उन की आवश्यकताओं का ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया।