
सड़क दुर्घटना में घायल महिला डॉक्टर की जान बचाने वाले विनोद कुमार को सम्मानित करते डीसी विक्रम सिंह
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे/ बीते कल एमवीएन यूनिवर्सिटी, पलवल-मथुरा मोड़ के पास एक महिला डॉक्टर सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना स्थल पर मौजूद खटेला गांव (पलवल) निवासी विनोद कुमार ने मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए घायल महिला को तत्काल अपने निजी वाहन से नागरिक अस्पताल, पलवल पहुँचाया। उन्होंने न केवल घायल महिला के परिवार को दुर्घटना की सूचना दी, बल्कि परिवार के आने तक अस्पताल में उपस्थित रहकर उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की। स्थिति गंभीर होने पर उन्होंने महिला डॉक्टर को फरीदाबाद रेफर कराने में भी सहयोग किया।
घायल महिला की पारिवारिक सदस्य पिंकी यादव ने बताया कि पीड़िता का नाम डॉ. नीतू है, जो गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में कार्यरत हैं। गत दिवस वह अपने किसी रिश्तेदार से मिलने पलवल जा रही थीं, तभी उनकी कार की टक्कर एक ट्रक से हो गई। गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें पहले नागरिक अस्पताल, पलवल और फिर फरीदाबाद रेफर किया गया। वर्तमान में डॉ. नीतू का उपचार गुरुग्राम स्थित फोर्टिस अस्पताल में चल रहा है, जहाँ सिर में आई गंभीर चोट के कारण उनकी स्थिति क्रिटिकल बनी हुई है।
उक्त सराहनीय कार्य के लिए जिला फरीदाबाद के उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने आज विनोद कुमार को अपने कार्यालय में सम्मानित किया। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में हादसे के बाद का पहला घंटा, जिसे “गोल्डन आवर” कहा जाता है, जीवन बचाने में निर्णायक होता है। यदि इस समय घायल को तत्काल उपचार मिल जाए तो गंभीर से गंभीर स्थिति में भी जीवन सुरक्षित किया जा सकता है।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि सड़क हादसों की स्थिति में मानवता का परिचय देते हुए तुरंत मदद के लिए आगे आएं। डीसी ने स्पष्ट किया कि आमजन को दुर्घटनाओं में घायलों की सहायता करने में किसी प्रकार की कानूनी या प्रशासनिक जटिलताओं का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि सरकार ने “गुड सेमेरिटन पॉलिसी” लागू की है। इस नीति के अंतर्गत सहायता करने वाले भले नागरिक को पूर्ण कानूनी संरक्षण प्राप्त है और उनसे पुलिस या प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की अनावश्यक पूछताछ नहीं की जाएगी।
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि समाज तभी सुरक्षित और सशक्त बन सकता है, जब प्रत्येक नागरिक दूसरों की सुरक्षा और जीवन के प्रति संवेदनशीलता दिखाए। उन्होंने विनोद कुमार की तत्परता को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि ऐसे जागरूक नागरिक समाज के लिए प्रेरणा हैं, जिनकी मानवीय संवेदनाओं और साहसिक कदम से एक अनमोल जीवन सुरक्षित हो सका।







