
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे/ अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ के कंप्यूटर विज्ञान विभाग ने पर्यावरण विज्ञान पहल के तहत “विज्ञान और स्थिरता का अंतर्संबंध” शीर्षक से एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया। सुबह 11:00 बजे आयोजित यह कार्यक्रम अध्यक्ष श्री देवेंद्र कुमार गुप्ता, महासचिव श्री दिनेश कुमार गुप्ता, प्राचार्य डॉ. संजीव कुमार गुप्ता और विंग I के प्रभारी डॉ. सचिन गर्ग के समर्पित नेतृत्व में सफल रहा।
जैसे-जैसे दुनिया पर्यावरणीय चुनौतियों से जूझ रही है, विज्ञान और स्थिरता का अंतर्संबंध लगातार महत्वपूर्ण होता जा रहा है। अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़, विंग-II के सहायक प्रोफेसर श्री लवकेश इस सत्र के मुख्य वक्ता थे। सत्र की शुरुआत में, कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष सुश्री मोहिनी वर्मा ने स्वागत भाषण दिया और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किया।
श्री लवकेश ने पर्यावरण विज्ञान की वर्तमान चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विज्ञान के हालिया विकास पर प्रकाश डाला जो स्थायी प्रथाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह प्रयास उनके PRISM ढाँचे का हिस्सा है, जो उत्पाद, ग्रह और लोगों पर केंद्रित है। इसी प्रकार, जीवन विज्ञान उद्योग पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए हरित रसायन विज्ञान और स्थायी विनिर्माण प्रक्रियाओं जैसी स्थायी प्रथाओं को अपना रहा है।
कार्यक्रम का समन्वय कंप्यूटर विज्ञान विभाग की सुश्री पारुल सिंगला ने बखूबी किया। इस सत्र में सुश्री प्रीति शर्मा, सुश्री निशा, सुश्री प्रेरणा, सुश्री गीतांजलि, सुश्री रोहिणी, सुश्री अलका और सुश्री शालू ने सक्रिय रूप से भाग लिया और पूरे सत्र में सक्रिय रहीं। कार्यक्रम का समापन जीवंत चर्चाओं के साथ हुआ, जहाँ उपस्थित लोगों ने अपनी प्रशंसा व्यक्त की और अपने मुख्य निष्कर्ष साझा किए। भविष्य में, कॉलेज की योजना और अधिक कौशल-संवर्धन कार्यक्रम आयोजित करने की है।
अतिथि व्याख्यान में एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने हमारे दैनिक जीवन में पर्यावरण विज्ञान की कार्यप्रणाली और लाभों के बारे में कई प्रश्न पूछे। श्री लवकेश ने बड़े उत्साह और ऊर्जा के साथ इन प्रश्नों के उत्तर दिए, जिससे चर्चा और भी गहन हो गई।






