जैविक विविधताओं के संरक्षण पर स्लोगन प्रतियोगिता
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
पर्यावरण को संतुलित करने में वन्यजीवों की अहम भूमिका होती है। वन्यजीव प्रकृति की विभिन्न प्रक्रियाओं को स्थिरता प्रदान करते हैं। वन्यजीव और प्रकृतिजैविक विविधताओं के संरक्षण काफी हद तक भावनात्मक और सामाजिक कारणों से मनुष्यों से जुड़े रहे हैं। वन्य जीवन के महत्व को पारिस्थितिक, आर्थिक और खोजी महत्व के साथ-साथ जैविक विविधताओं के संरक्षण आदि के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
सूखे, नए रेगिस्तान, आग और बाढ़ की रोकथाम के लिए वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है। साथ ही, यह संरक्षण सुनिश्चित करता है कि मानव और वन्य जीवन की आने वाली पीढ़ियां प्रकृति से घिरी रहेंगी जिससे उसे प्यार हो और वन्यजीवों के महत्व को समझा जा सके। इसके अलावा, वन्यजीव रोगों के कारण कीटों के विभिन्न प्रतिरोधी उपभेदों के लिए जीन पूल के रूप में कार्य करते हैं।
अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ के इको एंड एनर्जी कंजर्वेशन क्लब ने छात्रों को “वन्य जीवन के संरक्षण” के महत्व को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज परिसर में 15 फरवरी, 2023 को “नारा लेखन प्रतियोगिता” का आयोजन किया।इस प्रतियोगिता का विषय था “वन्यजीव संरक्षण”।यह कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत के निर्देशन में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का समन्वयन इको एंड एनर्जी कंजर्वेशन टीम, डॉ. संजीव गुप्ता (संयोजक), डॉ. रेखा सेन (समन्वयक) और सुश्री मोहिनी वर्मा (समन्वयक) द्वारा किया गया।
दुनिया के पारिस्थितिक तंत्र के हिस्से के रूप में, वन्यजीव प्रकृति की प्रक्रियाओं को संतुलन और स्थिरता प्रदान करते हैं। वन्यजीव संरक्षण का लक्ष्य इन प्रजातियों के अस्तित्व को सुनिश्चित करना और लोगों को अन्य प्रजातियों के साथ स्थायी रूप से रहने के बारे में शिक्षित करना है। वन्यजीव संरक्षण प्राकृतिक आवास और खाद्य श्रृंखला को बनाए रखता है।
यह सब इस तरह के आयोजन करने का मकसद था ताकि हमारे युवाओं को इसके बारे में पता चले।