Faridabad - फरीदाबाद

अग्रवाल महाविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे

अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ के तत्वाधान में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बेंगलुरु के सौजन्य से दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका आज 11
अक्टूबर 2022 को समापन हुआ। इस राष्ट्रीय सम्मेलन का विषय “एचईआई में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए एनईपी 2020 हेतु नैक आकलन और प्रत्यायन का मानचित्रण” रहा। प्रथम दिन उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रुप में प्रोफेसर राजवीर सिंह (कुलपति, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक) रहे। अध्यक्ष एवं मुख्यसंरक्षक के रूप में श्री देवेंद्र कुमार गुप्ता (प्रधान, अग्रवाल महाविद्यालय, प्रबंध समिति) उपस्थित रहे। इस सम्मेलन में कुल 110 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। सम्मेलन को कुल 8 तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया जिसमें से 4 तकनीकी सत्रों का आयोजन पहले दिन 10 अक्टूबर 2022 को किया गया तथा शेष 4 तकनीकी सत्रों का आयोजन दूसरे
दिन 11 अक्टूबर 2022 को किया गया। दूसरे दिन पांचवे सत्र का प्रारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता ने अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हुए किया। उन्होंने नारी सम्मान पर बल देते हुए बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए भी प्रेरित किया। पांचवे सत्र की अध्यक्षता डॉ. जयपाल सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर, अग्रवाल महाविद्यालय) ने की
तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. एस.के. चक्रवर्ती (भूतपूर्व प्रोफेसर, एनआईटी, कुरुक्षेत्र) उपस्थित रहे। सत्र की प्रतिवेदक सुश्री उदिता कुंडू, सहायक प्रोफेसर, राजनीतिक शास्त्र रही। छठे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. के.एल. कौशिक (एसोसिएट प्रोफेसर, गणित विभाग, अग्रवाल महाविद्यालय) रहे तथा मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. केशव देव शर्मा
(एसोसिएट प्रोफेसर, एसडी कॉलेज, पलवल) उपस्थित रहे। इस सत्र की प्रतिवेदक डॉ. डिंपल सहायक प्रोफेसर, कॉमर्स रही। सातवें सत्र की अध्यक्षता डॉ. केशव देव शर्मा ने की तथा मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर लोकेश गुप्ता (निर्देशक आइक्यूएसी, माता सुंदरी महिला महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय) रहे। इस सत्र की प्रतिवेदक डॉ. शिल्पा
गोयल, सहायक प्रोफेसर रही। समापन सत्र में प्रो. ऋषि पाल (डीन पैडागोजी एवं कैपेसिटी बिल्डिंग, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा) मुख्य अतिथि के रुप में पधारे।

सत्र के संरक्षक प्राचार्य डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो.एस.के. चक्रवर्ती जी भी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि प्रो. ऋषि पाल जी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत छात्रों को तकनीकी ज्ञान देने पर विशेष बल दिया जाएगा तथा वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की पुरानी खामियों को हटाकर इसे उत्कृष्ट और र्वभौमिक बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। इस दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक डॉ. मनोज शुक्ला, सह-संयोजक डॉ. गीता गुप्ता एवं डॉ. रामचंद्र, आयोजन सचिव डॉ. शिल्पा गोयल, संयुक्त आयोजन सचिव डॉ. डिंपल एवं डॉ. इनायत चौधरी रही।
कार्यक्रम में श्रीमती कमल टंडन, डॉ. के एल कौशिक, डॉ. संजीव कुमार गुप्ता, डॉ. जयपाल सिंह, डॉ. सारिका एवं श्री विनीत नागपाल जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे। समापन सत्र की प्रतिवेदक सुश्री उदिता कुंडू रही। मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया गया। डॉ. इनायत चौधरी ने इस दो-दिवसीय कार्यक्रम की पूरी जानकारी
दी इसके पश्चात प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गीता गुप्ता द्वारा किया गया।

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