“महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध” पर एक दिवसीय सेमिनार
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में आंतरिक शिकायत कमेटी और महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया जिसका विषय था -“महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध“। मुख्य वक्ता के
रूप में इंस्पेक्टर सविता रानी (प्रभारी वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ, जागरूकता अभियान बल्लभगढ़) एवं सब इंस्पेक्टर रामचंद्र अधिकार उपस्थित थे। अग्रवाल महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता के मार्गदर्शन में छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु समय- समय पर अनेक जागरूकता कार्यक्रम संपन्न कराए जाते हैं ।इसी श्रृंखला में यह सेमिनार आयोजित किया गया।कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती कमल टंडन ने अतिथियों को पौधा देखकर सम्मानित किया। डॉ. गीता गुप्ता ने अतिथियों का परिचय देते हुए स्वागत किया। इंस्पेक्टर सविता रानी ने अपने वक्तव्य में वर्तमान परिवेश में बढ़ते अपराधों की ओर प्रकाश डालते हुए विस्तृत जानकारियां दी। उन्होंने सर्वप्रथम कहा कि नारी खुद ही सम्मान की पात्र है उसे अपनी गरिमा को बनाए रखना है। ना तो उसे अपने ऊपर कोई अपराध सहने की आवश्यकता है और ना ही वह झूठे आरोप-प्रत्यारोप में फंसे। छात्रों को भी उन्होंने महिलाओं की इज्जत करने के बारे में बताया और बताया कि 354 Aसे D एक्ट के तहत किसी पर फब्तियां कसना, किसी महिला को तंग करना आदि कौन-कौन से अपराधों पर कौन-कौन से दंड लागू किए जाते हैं।उन्होंने छात्राओं को समझाया कि कानून का दुरुपयोग ना करें और कोई भी परेशानी होने पर 10 98पर 18 वर्ष कम उम्र की युवा हेल्प के लिए फोन कर सकते हैं। इसके साथ साथ उन्होंने घरेलू
हिंसा, बाल विवाह, यौन उत्पीड़न इत्या विषयों पर विस्तृत चर्चा की और आईटी एक्ट में किस अपराध के तहत कितना जुर्माना लगाया जाता है। इसके बारे में विस्तार से बताया मादक पदार्थों का सेवन ना करें 90508 91508 पर कोई भी ड्रग संबंधी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है,सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।वरिष्ठ नागरिकों के बारे
में बढ़ने वाले अपराध पर प्रकाश डाला। सब इंस्पेक्टर रामचंद्र जी ने साइबर अपराध के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया कि साइबर अपराध का असीमित दायरा है। इसमें आज बहुत से अपराध बढ़ते जा रहे हैं जिसमें मुख्य रुप से आपकी आईडी का गलत प्रयोग किया जाता है। अपनी सोशल मीडिया पर तस्वीरों को साझा ना करें।
अनजान व्यक्ति से फोन पर अपने ओटीपी वगैरा शेयर ना करें।इन साइबर क्राइम से कैसे बचा जा सकता है इसके लिए उन्होंने 112 नंबर हेल्पलाइन के लिए बताया जिससे आप किसी भी तरह की हेल्प ले सकते हैं। 1 930 केवल साइबर क्राइम के लिए है जो आपकी मदद कर सकता है इस पर आप सूचना दे सकते हैं। साथ-साथ cybercrimegov.com website के बारे में बताया जिस पर आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आधुनिक समय में साइबर अपराध से बचने के लिए आप को जागरूक रहना आवश्यक है। आप स्वयं जागरूक हो और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें। जागरूकता के द्वारा ही हम इन अपराधों से बच सकते हैं कार्यक्रम के अंत में एएसआई श्री सुरेश बाला ने अपनी टीम के साथ आत्मरक्षा के गुर बताएं एवं उनका प्रदर्शन किया। कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती कमल टंडन एवं उनकी टीम डॉ. नरेश कामरा, डॉ. गीता गुप्ता, डॉ. रितु डॉ. रेखा सेन डॉ. डिंपल, डॉ. मीनू अग्रवाल, डॉ. रेनू माहेश्वरी के सहयोग से यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से सफल हुआ छात्रा प्रतिनिधि कुमारी काजल और कुमारी आरती की भी सक्रिय भूमिका रही ।इसमें 151 विद्यार्थियों ने भाग लिया छात्राओं ने प्रश्नों के माध्यम से अपनी शंकाओं का समाधान किया। डॉ. रितु के धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम का समापन हुआ।