प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मोत्सव पखवाड़ा के तहत मेला लगा कर मनाया गया राष्ट्रीय पोषण माह : डीसी विक्रम
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
डीसी विक्रम के दिशा-निर्देश पर अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता के कुशल मार्गदर्शन में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मोत्सव पखवाड़ा के तहत राष्ट्रीय पोषण अभियान फरीदाबाद ग्रामीण ब्लॉक के गांव टीकाबली में पोषण माह के दौरान पोषण मेले का आयोजन किया गया।पोषण मेला कार्यक्रम में महिलाओं और बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेने के लिए प्रेरित किया गया। मेले के दौरान गर्भवती माताओं की गोद भराई करवाई गई।साथ ही 6 माह पूरा करने उपरांत बच्चों का अन्नप्राशन भी करवाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह के मेले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्कर और महिलाओं ने भाग लिया।महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी ग्रामीण डॉ मंजू श्योराण ने पोषण मेले में बताया कि महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए घरेलू व्यंजनों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। अपने घर की रसोई में पौष्टिक आहार बनाकर वही खाना और अपने परिवार को खिलाकर स्वास्थ्य को उत्तम रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं को घर में हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, फल, दही, लस्सी व सलाद आदि का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। माताएं अपने बच्चों को ढालें, खिचड़ी, दलिया, पंजीरी आदि खाने के लिए दें जो कि सबसे उत्तम आहार है। डॉक्टर श्योराण ने आगे बताया कि भोजन में तली हुई चीजें, अधिक मसालेदार सब्जी, पैकेट बंद वस्तुएं खाने से परहेज करना चाहिए।पोषण अभियान का उद्देश्य महिलाओं किशोरियों और शिशुओं की सेहत को निरोग और बलवान बनाना है। शिशुओं को 6 माह तक केवल और केवल मां का दूध देना चाहिए। शिशुओं को पूरा समय मां का दूध मिल सके। इसके लिए धात्री माताओं को मां के दूध के फायदे के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आयरन व कैल्शियम की गोलियां देने के साथ-साथ कम लागत में उपलब्ध पोषक तत्व के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही सभी महिलाओं को पोषण की शपथ दिलवाई गई।कार्यक्रम के दौरान सुपरवाइजर माया देवी व पिंकी शर्मा के द्वारा महिलाओं को संबोधित करते हुए बताया कि माताओं को बच्चों के स्वास्थ्य व टीकाकरण के बारे में विशेष ध्यान रखना चाहिए और आंगनवाड़ी केंद्र पर स्थित कैंप में अपने बच्चों की स्वास्थ्य जांच अवश्य करवानी चाहिए।