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 ग्रेटर फरीदाबाद की ओजोन पार्क पुरानी आरडब्ल्यूए हुई बहाल

फरीदाबाद , जनतंत्र टुडे / ग्रेटर फरीदाबाद की ओजोन पार्क आरडब्ल्यूए ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी की सोसाइटी के कुछ निवासियों द्वारा, जिनके ऊपर सोसाइटी के 1.67 करोड रुपये के तथाकथित हेरा-फेरी, आरडब्ल्यूए के दस्तावेजों में कोषाध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर करने, सोसाइटी के इंफ्रा स्ट्रक्चर में बिना डी.टी.पी. के अनुमति के बदलाव करने, अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी खर्च करने, एकाउंटिंग प्रोसीजर, रख रखाव में ग़लतियाँ करने, शिकायतकर्ता को डराने धमकाने के आरोप हैं व उनके कुछ समर्थकों द्वारा कुछ समय से राजनैतिक दबाव व संरक्षण लाकर आरडब्ल्यूए को समय से पहले ही गिराने के प्रयास चल रहे थे, जिसके चलते आरडब्ल्यूए को लगभग दस दिनों तक बर्खास्त कर एडमिनिस्ट्रेटर लगा दिया गया था. इसके  कारण सोसाइटी के आम निवासियों में रोष व भय का माहौल पैदा हो गया था क्योंकि सोसाइटी में विकास कार्यों जैसे,बिल्डिंग रिपेयर,रोड रिपेयर,डी.जी.सेट के कन्वर्शन, पीने के पानी के कनेक्शन कामों के चलते व निवासियों द्वारा दिए गए पैसे एक बार फिर फंसने व विकास कार्यों के रुकने का डर बन गया था.


प्रशासन के द्वारा आरडब्ल्यूए को पुन: बहाल करने से सोसाइटी के आम निवासियों ने राहत की सांस ली है व प्रशासन का धन्यवाद भी किया। प्रेस विज्ञप्ति में यह भी जानकारी दी गई की इन कथित दोषी निवासियों द्वारा सोसाइटी में यह भी भ्रम का माहौल बनाया गया की सोसाइटी में चुनाव नहीं कराए जाएँगे, जबकि आरडब्ल्यूए ने समय से चुनाव कराने की पूरी तैयारी भी कर ली है और इसके लिए प्रशासन को सूचित भी कर दिया गया है. प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया गया की कथित रूप से दोषी व्यक्तियों के खिलाफ न्यायालय में आरडब्ल्यूए के पैसों की रिकवरी के अलग अलग प्रकरण व दावे भी दायर कर दिए गए हैं व साथ ही कोषाध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर करने के खिलाफ भी न्यायालय को सूचित कर कार्यवाही अमल में लाई जा चुकी है व जिन कथित राजनैतिक व्यक्तियों ने संरक्षण दे कर सोसाइटी व उसके आम निवासियों के हितों के विरुद्ध काम किया  है उनके नाम भी समय रहते उचित स्थान पर व न्यायालय में उजागर कर दिए जाएँगे ताकि किसी भी सोसाइटी में बाहर के व्यक्ति, समाज सेवा व राजनैतिक सेवा के नाम पर सोसाइटी के मामलों में दखल ना दें व ग्रेटर फरीदाबाद में किसी और सोसाइटी के हित प्रभावित ना हो.

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