सरदार बल्लभ भाई पटेज की 149 वीं जयंती पर राष्ट्रीय अधिवेशन समारोह का भव्य आयोजन
फरीदाबाद, जनतंत्र टुडे / अखिल भारतीय गुर्जर महासभा 1908 की ओर से चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की 149 वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अधिवेशन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें देश भर से आए समाज के प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया।
भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री (खेल एवं युवा मामले) मनसुक मंडाविया व हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने बतौर मुख्यअतिथि समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अंगेजों द्वारा विभक्त भारत को अखण्ड बनाया। देश को आजाद करते समय अंग्रेजों ने इसे खण्ड-खण्ड करने का प्रयास किया। इस प्रयास को विफल करके सरदार पटेल ने अखण्ड भारत का निर्माण किया। रियासतों का एकीकरण सरदार पटेल की प्रतिभा, साहस और कौशल का बहुत बड़ा उदाहरण है। भव्य समारोह में देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया। सरदार पटेल ने गरीबों और किसानों के लिए जीवन भर कार्य किया। समारोह में सोमेंद्र तौमर राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश ने सरदार पटेल के पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया।
यशवीर सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष गुर्जर महासभा ने समारोह में पहुंचे अतिथियों का स्वागत किया।
फरीदाबाद से समारोह में शिरकत करने पहुंचे हरियाणा के राज्य मंत्री
श्री नागर ने कहा कि मैँ इस मेरठ की धरा को प्रणाम करते हुए समस्त समाज का आभारी हूं। मुझे मंत्रीपद तक पहुंचाने में गुर्जर समाज का अहम योगदान
मेरठ से फरीदाबाद जाकर मुझे अच्छे मतों से जिताने का काम किया। मैं और मेरा परिवार आपका यह कर्जा कभी नही उतार पाएगा।
इस क्षेत्र से मेरा पारिवारिक नाता है। आप मेरे परिवार के सदस्य हैं। यह फर्ज आपने चुनावों में पूरा किया। अब मेरा भी कर्तव्य बनता है कि मैं आप व समाज के कुछ काम आंऊ।
गुर्जर समाज ने हमेशा देश के प्रहरी की भूमिका निभाई है। गुर्जर समाज शौर्य पराक्रम और देशभक्ति का पर्याय रहा है।
श्री नागर ने कहा देश ही नहीं मेरठ की इस धरा पर भी गुर्जर समाज का आजादी दिलाने में अहम योगदान रहा है। मेरठ के शहीद धन सिंह कोतवाल गुर्जर ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेज़ों से लड़ने का विगुल बजाया था। उन्होंने समाज को संगठित रहने का आह्रवान करते हुए कहा कि
गुर्जर समाज का क्रान्ति में भी अहम योगदान रहा है। कोतवाल धन सिंह गुर्जर शहीद थे। पन्ना धाय जैसी वीरांगना पैदा हुई, जिसने अपने बेटे चन्दन का बलिदान देकर उदय सिंह के प्राण बचाए। नागर ने आयोजकों को सफल कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि अब समय है समाज को नई दिशा देने की।
हरीश पाल पूर्व सांसद मेरठ, तेजपाल नागर विधायक दादरी, अतुल प्रधान विधायक सरदना, विरेंद्र सिंह पूर्व मंत्री, हरीचंद भाटी पूर्व मंत्री, सुरेंद्र नागर राष्ट्रीय सचिव, प्रदीप गुर्जर प्रदेश महासचिव, केवी मावी अध्यक्ष, गोपाल धुनी, राजेश तंवर पूर्व पार्षद, सुधीर नागर, अमन नागर, जयवीर खटाना, संतराम बडौली, सुरेंद्र विधुडी व मुनीश चंदीला समेत इलाके के प्रबुद्ध लोग मौजूद थे।