सिद्धदाता आश्रम ने वानप्रस्थ वृद्धाश्रम में की सेवा
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
श्री सिद्धदाता आश्रम के अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज के निर्देश पर सेवादारों के एक समूह ने सेक्टर 28 स्थित वानप्रस्थ वृद्धजन सेवा सदन पहुंचकर बुजुर्गों की सेवा की।
इस अवसर पर सदन के संचालक अनिल सरीन ने बताया कि वह पहले कनाडा रहते थे। जहां उनका काम धन्धा बहुत अच्छा था लेकिन हमेशा से उनके मन में था कि वह कोई अच्छा काम करें। जिसके चलते उनका मन वृद्धों की मदद की तरफ मुड़ गया। आज यहां सेक्टर 28 में उनकी कोठी में करीब 20 बुजुर्ग अपने जीवन का वानप्रस्थ जी रहे हैं। अनिल ने बताया कि भारतीय संस्कृति के अनुसार उन्होंने इस वृद्धाश्रम का नाम वानप्रस्थ रखा है। आश्रम से आए कैलाश शर्मा, ज्ञानेंद्र शर्मा, एडवोकेट राजेश खटाना व अन्य ने बुजुर्गोंं को सर्दी से बचाव के लिए कंबल प्रदान किए। वहीं संपादक शकुन रघुवंशी, पवन शर्मा, नितिन गोसाईं ने भी बुजुर्गों की गतिविधि में भागीदारी की। बुजुर्गों के संग मिलकर भक्तिगीत गाए और आश्रम से लाया प्रसाद उन्हें प्रदान किया।
सेवादारों ने सभी बुजुर्गों एवं संचालक अनिल सरीन को आश्रम आने का निमंत्रण दिया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह आश्रम जाती रही हैं और बाबा की कृपा है कि वह सभी प्रकार से ठीक हैं। उनका बेटा बाहर देश में काम करता है, इसलिए वह यहां रहती हैं। कई बुजुर्ग महिला एवं पुरुषों ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए और आश्रम के सहयोग के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर यहां सेवा करने वालों को भी कंबल एवं प्रसाद आदि प्रदान किया गया। इस सेवा सदन में स्थानीय स्लम क्षेत्र के बच्चे भी पढऩे आते हैं। जिन्हें आश्रम का प्रसाद प्रदान किया गया एवं जीवन में शिक्षा अवश्य ही ग्रहण करने के बारे में सीख दी गई। संचालक अनिल सरीन ने आश्रम का धन्यवाद करते हुए निकट भविष्य में सभी बुजुर्गों के साथ आश्रम पहुंचकर श्री गुरु महाराज का शुक्रिया अदा करने की बात कही।