राजकीय विद्यालय सराय ख्वाजा में राष्ट्रीय गणित दिवस पर क्विज और अन्य रोचक कार्यक्रम आयोजित
फरीदाबाद , जनतंत्र टुडे / शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद की सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइड्स ने राष्ट्रीय गणित दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस प्रभारी प्राचार्य प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने विद्यार्थियों को संबोधन में कहा कि गणित के प्रेमियों के और गणित में रुचि लेने वालों के लिए आज एक महत्वपूर्ण दिन है आज श्रीनिवास रामानुजम के जन्मदिवस की एक सौ सैंतीसवीं वर्षगांठ है तथा तेरहवां राष्ट्रीय गणित दिवस हम मना रहे हैं।
गणितज्ञों का मानना है कि गणित का मानव जीवन के विकास में बहुत महत्व है। लोगों को गणित के प्रति जागरुक करना इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। विश्व विख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन ने गणित को सरल बनाने और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए अत्यधिक प्रयास किए। 13 वर्ष की आयु में उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एस. एल. लोनी की विश्व प्रसिद्ध त्रिकोणमिति पर लिखित पुस्तक को पढ़कर अपनी स्वयं की मैथमेटिकल थ्योरी बनाई। उन्होंने बहुत ही कम आयु में बिना किसी की सहायता लिए प्रमेय की रचना की थी। इस विशेष योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें सम्मान से अलंकृत किया था। इसके पश्चात उन्होंने नए नए गणित के फॉर्मूले भी लिखें। श्रीनिवास रामानुजन की बहुत ही कम आयु में 33 वर्ष में टीबी रोग से ग्रस्त होने के कारण 26 अप्रैल 1920 को उनका देहावसान हो गया। एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर गणित प्राध्यापिका ममता ने प्राध्यापक संदीप, अमित चौहान और सुनील कुमार के सहयोग से गणित क्विज, प्रोजेक्ट, एस रामानुजम पर आधारित लघु फिल्म और पोस्टर मेकिंग कंपटीशन के माध्यम से गतिविधियां संचालित की।
प्राचार्य मनचंदा ने गणित के सभी प्राध्यापकों और अध्यापकों का विभिन्न कार्यकलापों से राष्ट्रीय गणित दिवस पर विशेष आयोजन की सराहना की और बालिकाओं सृष्टि, निशा, कनिष्का, चांदनी, साधना, कोमल, निधि, प्रीति, मुस्कान, भूमिका सहित सभी की बढ़ चढ़ कर प्रतिभागिता करने के लिए अभिनंदन किया। बालिकाओं ने गणित में भारतीय इतिहास तथा अन्य वर्किंग मॉडल्स बना कर गणित में रचनात्मकता का परिचय भी दिया। प्राचार्य मनचंदा ने सभी अध्यापकों से आग्रह किया कि विद्यार्थियों को गणित विषय को रोचक बनाते हुए तथा रुचि विकसित करते हुए सरल माध्यम से करवाएं।