जेसी बोस विश्वविद्यालय द्वारा अंतर-संस्थागत आइडियाथॉन का आयोजन
फरीदाबाद, जनतंत्र टुडे / जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद की इंस्टिट्यूट इनोवेशन काउंसिल द्वारा विद्यार्थियों को अपने इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन करने के लिए मंच प्रदान करते हुए इंटर-इंस्टिट्यूशनल आइडियाथॉन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को समस्या-समाधान प्रस्तुत करने वाली अभिनव परियोजनाओं पर काम करने के लिए प्रोत्साहित करना तथा उनकी नवाचार एवं रचनात्मकता को प्रेरित करना था। कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने प्रतिभागियों के साथ अपना अनुभव साझा किया। उद्योगपति, सामाजिक कार्यकर्ता और विक्टोरा इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक एस.एस. बांगा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। जीवा समूह के निदेशक ऋषि पाल चैहान सम्मानित अतिथि रहे।
अपने संबोधन में एस.एस. बांगा ने आर्थिक विकास और सामाजिक परिवर्तन को प्रोत्साहन देने में नवाचार के महत्व पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को विविध टीमों का गठन करके अंतःविषय सहयोग को अपनाते हुए जटिल चुनौतियों का समाधान करने के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों, कौशल और ज्ञान के संयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री बांगा ने “मेक इन इंडिया” के विचार और राष्ट्र निर्माण में भगवद गीता के नौ वर्ष के सिद्धांत पर बल दिया। ऋषि पाल चैहान ने नवाचार को बढ़ावा देने और स्थायी समाधान बनाने में उद्यमिता की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने समाज पर सकारात्मक और ठोस प्रभाव वाले समाधान बनाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने मूल्य आधारित शिक्षा, पारंपरिक शिक्षा और व्यक्तिगत शिक्षा प्रदान करने पर बल दिया जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का मूल विचार है। उन्होंने प्रतिभागियों को सैद्धांतिक अवधारणाओं से हटकर सोचने और व्यावहारिक, कार्यान्वयन योग्य विचारों के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आइडियाथॉन के लिए प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।
कुलपति के वरिष्ठ सलाहकार प्रो. संदीप ग्रोवर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों के बीच नवाचार और अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। इससे पहले, विश्वविद्यालय के इनोवेशन सेल की अध्यक्ष डॉ. रश्मि अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के महत्व पर बोलते हुए आइडियाथॉन की भूमिका पर बल दिया। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मकता एवं समस्या-समाधान कौशल का प्रदर्शन करते हुए पीपीटी प्रस्तुतियों और प्रोटोटाइप के माध्यम से अपनी अभिनव परियोजनाएं प्रस्तुत कीं। समापन समारोह में प्रो. संदीप ग्रोवर और प्रो. मनीषा गर्ग ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। एआई और आईओटी विषय पर पहला स्थान साहिल और निकिता ने हासिल किया। प्रोडक्ट डिजाइन और इंजीनियरिंग टीम विषय में अंकित यादव ने पुरस्कार जीता और पुनीत और डिम्पी ने सतत ऊर्जा विषय में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. पूनम ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का सारांश प्रस्तुत किया। आइडियाथॉन का सफल संचालन डॉ. निखिल देव, संयोजक आईआईसी द्वारा किया गया और डॉ. रोहित त्रिपाठी और डॉ. अश्लेषा गुप्ता ने इसका बेहतरीन समन्वय किया।