आईबीआर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्वोकेशन में भारत के प्रथम 3डी सैल्फी साइंस म्यूजियम का शुभारंभ
फरीदाबाद, जनतंत्र टुडे / भारत का पहला 3डी सैल्फी साइंस म्यूजियम आज यहां इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (आईबीआर) के वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय कॉन्वोकेशन (दीक्षांत समारोह) के दौरान लॉन्च किया गया। आईबीआर के कॉर्पोरेट कार्यालय में आयोजित दो-दिवसीय समारोह में भारत और विदेशों से आए रिकॉर्ड होल्डर्स की असाधारण उपलब्धियों का जश्न मनाया गया।समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय उपभोक्ता मामले एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, दिल्ली के विधायक सोमनाथ भारती और फरीदाबाद के वरिष्ठ उप महापौर देवेंद्र चौधरी थे।
नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया के अतिथियों ने कॉन्वोकेशन में भाग लिया, जिनमें वियतनाम रिकॉर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (वियतकिंग्स) के उपाध्यक्ष डॉ गुयेन होआंग आन्ह, वियतकिंग्स की अंतर्राष्ट्रीय संबंध प्रभाग की प्रमुख गुयेन थी तुओंग वान और वियतनामी सांस्कृतिक मूल्यों के प्रवर्तक कलाकार चू बाओ क्यू शामिल थे। नेपाल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के मुख्य संपादक दीपक चंद्र सेन भी समारोह में उपस्थित थे। कार्यक्रम में भाग लेने वाले वियतनामी रिकॉर्ड धारकों में ट्रान थान तोआन, गुयेन थी हा, ले हुइन्ह माई ट्राम और ले क्यू मिन्ह शामिल थे।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रधान संपादक डॉ बिस्वरूप रॉय चौधरी ने नवनिर्मित कहा, “3डी सैल्फी साइंस म्यूजियम विज्ञान को समझने का एक आकर्षक और इंटरैक्टिव तरीका प्रदान करता है, जिससे हर उम्र के लोग वैज्ञानिक नियमों को समझ सकते हैं। यह आधुनिक शिक्षा में एक मूल्यवान योगदान है, जो देश भर के छात्रों और शिक्षार्थियों में विज्ञान के प्रति गहरी रुचि पैदा करता है।
दर्शकों को उत्साह और गर्व के साथ संबोधित करते हुए, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की प्रबंध संपादक, नीरजा रॉय चौधरी ने कहा, “इस वर्ष के इंटरनेशनल कॉन्वोकेशन में न केवल उन व्यक्तियों की प्रतिभा और उपलब्धियों का जश्न मनाया गया, जिन्होंने उत्कृष्टता की सीमाओं को पार किया, बल्कि इसने नवाचार, समर्पण और ज्ञान की अटूट भावना को भी प्रदर्शित किया, जिसका आईबीआर एक प्रतीक है।”
कार्यक्रम में राकेश चंदोला, रेतविक अग्रवाल, देवांश सिंघल, शर्मिष्ठा चक्रवर्ती, पियाली घोष, डॉ हर्षित तिवारी, राकेश कुमार, आनंद पी शर्मा, बिपिन के शाह, एस सिंधु, काजल बी दानिचा, एंजेलिका दास, कांचरला श्रीमाहितराज, जिधिंक, दौलतराम गुप्ता, सार्थक गोयल, अरुण वाई कुलकर्णी, सैवी सिंह, विशालिनी एनसी, हेमंत कुमार, डॉ रंजीत दास, ए धारसिनी, पूर्विका डुंगरवाल, यश शेखर, राजकमल, जयशा यादव, अतुल कुमार, विजय के देवरख्यानी, पवन बंसल, आशुतोष पाणिग्रही और लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार नायर को सम्मानित किया गया।
अन्य रिकॉर्ड धारकों में जयश्री वेणुगोपाल, कैप्टन रोहित मलिक, कुशाग्र पांडे, रिची शर्मा, राज सैनी, डॉ वज़ीर चंद गोयल, संतोष सी राजेशिरके, समीना शेख, राजा सुधान्थन, वनिता बोराडे, मानस एम बाग, यजथ जी, डॉ भगवान सिंह, दिविशा राठी, वंदना गर्ग, कपिल किशोर, आराध्या मोदनवाल, विष्णु गुप्ता, कृष्णा मोदनवाल, कुशविदार्थ, वेदांश टी पारिख, लेफ्टिनेंट कर्नल हेमेंद्र बंसल, टीजेजी श्रीनिवास राव, संदीप बोयत, अजस केए, डॉ सुमीत पाटिल, निखिल बोथरा, प्रदीप खनाल, पार्थो सरकार, और यश के ठाकर शामिल थे।
आईबीआर अचीवर्स और ग्रैंड मास्टर्स में सूर्यवर्धन सिंह धीरावत, एंजेल यू मालेवार, सुबाला महराना, देबज्योति बंद्योपाध्याय, अदविता एम तिवरेकर, मुन्नालुरी टी समेख्या, डॉ एसए मोहन कृष्णा, मृत्युंजय चक्रवर्ती, वैभव राज, आर्यव चौरसिया, जुल्फिना अली, पल्लवी रानी, प्रज्ञान मैती, एडीएनएस वी प्रसाद, गणेश तिवारी, राहुल कुमार, राजवीर सी शाह, मेंटे सूर्यांश, प्रिंस चौधरी, रिशु राज, मनहश्री ए अल्लांकी, रक्षित रिहान, पेरीचेरला आर श्री, डॉ चितरंजन बरुआ, सीमा सिंह, चिराक्ष भूपलम, डॉ भगवान सिंह, अमन मिश्रा, अरन्या छाबड़ा, नीतू वर्मा और मानवीर ठकराल प्रमुख थे।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एक प्रमुख रिकॉर्ड कीपिंग संगठन है, जो 2006 से भारतीय कीर्तिमानों का संरक्षक है। यह संस्थान 10,000 से अधिक प्रविष्टियों वाली एक वार्षिक पुस्तक और रिकॉर्ड धारकों की कहानियों को उजागर करने वाली एक अंग्रेजी व हिंदी मासिक पत्रिका प्रकाशित करता है। उपलब्धि प्राप्त करने वालों को नियमित रूप से सम्मानित करने के लिए हर माह एक कॉन्वोकेशन आयोजित किया जाता है। संगठन नए रिकॉर्ड दिशानिर्देशों के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन करता है। इसके कुछ रिकॉर्ड धारकों को हर साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाता है।
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