समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान करते हुए कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर तथा कुलपति श्री राज नेहरू
Faridabad - फरीदाबाद

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के बीच समझौता

फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे

जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय (एसवीएसयू) ने लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन तथा पूर्व शिक्षण कार्यक्रमों की मान्यता और मूल्यांकन को लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।
समझौते पर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार गर्ग तथा एसवीएसयू के कुलसचिव प्रो. आर.एस. राठौड़ ने दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों क्रमशः प्रो. सुशील कुमार तोमर तथा श्री राज नेहरू की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किये। 
यह समझौता प्रशिक्षण और मूल्यांकन करने के लिए ढांचागत और प्रशिक्षण सहायता एजेंसी के रूप में सरकारी संस्थानों के पैनलबद्ध करने की योजना के अंतर्गत श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा ‘इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर’ के रूप में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय को सूचीबद्ध करने के लिए किया गया। इसके अंतर्गत एसवीएसयू मूल्यांकन और अल्पावधि प्रशिक्षण एवं पूर्व शिक्षण की मान्यता प्रदान करने के लिए जे.सी. बोस विश्वविद्यालय से ढांचागत सुविधाएं लेगा।
समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने कहा कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां दोनों विश्वविद्यालय एक साथ काम कर सकते हैं, जिसमें उभरती प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञता साझा करना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख प्रावधानों को लागू करना शामिल है। प्रो. तोमर ने उद्योग उन्मुख अनुसंधान कार्यक्रमों को मजबूत करने के अवसरों को तलाशने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति श्री राज नेहरू ने सरकार की पहल और ‘इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर’ के रूप में सरकारी संस्थानों के पैनलबद्ध करने की योजना के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने बताया कि सरकार ने एसवीएसयू को राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के अनुरूप आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के एक मूल्यांकन और प्रमाणन निकाय के रूप में मान्यता दी है जिसे राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) द्वारा भी अनुमोदित किया गया है। तदनुसार, विश्वविद्यालय हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड, हरियाणा कौशल विकास मिशन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, और गुरु शिष्य कौशल सम्मान योजना सहित विभिन्न संगठनों के साथ मूल्यांकन कर रहा है।
श्री नेहरू ने अवगत कराया कि वर्तमान में जल जीवन मिशन के तहत हरियाणा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और जल और स्वच्छता सहायता संगठन के सात हजार से अधिक जमीनी स्तर के कर्मचारियों के लिए विश्वविद्यालय पूर्व शिक्षण मान्यता कार्यक्रम का आयोजन कर रहा रहा है। यह कार्यक्रम उन्हें अपने कौशल में सुधार करने और अपनी नौकरी की भूमिकाओं के अनुसार प्रमाणन प्राप्त करने में मदद करेगा। इस प्रोग्राम को लागू करने के लिए एसवीएसयू जे.सी. बोस विश्वविद्यालय से असेसमेंट और शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग और पूर्व शिक्षण मान्यता कार्यक्रम के लिए ढांचागत सुविधाएं लेगा।
इस अवसर पर डीन (आर एंड डी) प्रो. नरेश चौहान, डीन (इंस्टीट्यूशन्स) प्रो. संदीप ग्रोवर और अन्य डीन और विभिन्न शिक्षण विभागों के अध्यक्ष उपस्थित थे। एमओयू हस्ताक्षर समारोह में अंबिका पटियाल, संयुक्त निदेशक, मूल्यांकन और प्रमाणन विभाग और एसवीएसयू की सहायक कुलसचिव शिखा गुप्ता भी उपस्थित थीं।

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