सभी को हो प्राथमिक उपचार का ज्ञान
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद में सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइड्स ने प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में तीन दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक चिकित्सा के ज्ञान की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला और विभिन्न प्रतियोगिता एवम मॉक ड्रिल में उत्कृष्ट प्रदर्शन और भागीदारी करने वाले जे आर सी और ब्रिगेड सदस्यों को सम्मानित किया। सराय ख्वाजा विद्यालय की जे आर सी एवम ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि विगत तीन दिनों में प्राथमिक चिकित्सा पर व्याख्यान, सिनेरियो क्रिएट कर होस्पिटलाइजेशन टास्क, पोस्टर एवम पेटिंग तथा क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि प्राथमिक चिकित्सा प्रयोगात्मक चिकित्सा के मूल सिद्धांतों पर निर्भर है। इसका ज्ञान हमें इस योग्य बनाता है कि हम आकस्मिक दुर्घटना या बीमारी के अवसर पर, चिकित्सक के आने तक या रोगी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने तक उसके जीवन को बचाने, रोगनिवृत्ति में सहायक होने या घाव की दशा और अधिक निकृष्ट होने से रोकने में उपयुक्त सहायता कर सकें।प्राथमिक उपचार आकस्मिक दुर्घटना के अवसर पर उन उपलब्ध संसाधनों से सहायता करने तक ही सीमित है जो उस समय प्राप्त हो सकें। प्राथमिक उपचार का यह ध्येय नहीं है कि प्राथमिक उपचारक चिकित्सक का स्थान ग्रहण करे। नेशनल सर्व मास्टर ट्रेनर रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि प्राथमिक उपचार का उत्तरदायित्व किसी डाक्टर द्वारा चिकित्सा संबंधी सहायता प्राप्त होने के साथ ही समाप्त हो जाता है परंतु उसका उस समय तक वहाँ रुकना एवम चिकित्सक को संपूर्ण स्थिति के विषय में बताना आवश्यक है क्योंकि चिकित्सक को पीड़ित के उपचार के लिए पूर्ण जानकारी एवम दी गई प्राथमिक सहायता के इतिहास को जानना आवश्यक हो जाता है। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रज्ञा मित्तल, प्राध्यापिका गीता, प्राध्यापिका चंदन बिंदु, हिंदी प्रवक्ता दलबीर राठी, गणित प्राध्यापक अमित चौहान, प्राध्यापक आदित्य, धर्मपाल शास्त्री, रविंद्र सिंह सहित ब्रिगेड के सभी सदस्यों ने प्राथमिक चिकित्सा के मूलभूत सिद्धांतों पर चर्चा की। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि आवश्यकता है कि हम सभी समय समय पर प्राथमिक चिकित्सा संबंधी ज्ञान के प्रचार और प्रसार के लिए गोष्ठी, कार्यशाला, मॉक ड्रिल एवम फर्स्ट एड पोस्ट आदि आयोजित करें ताकि अधिक से अधिक अध्यापक, विद्यार्थी और सामान्य जन प्राथमिक चिकित्सा के ज्ञान और सिद्धांतो से अवगत हों