Industry - उद्योग और कारोबारहरियाणा-NCR

हरियाणा सरकार इंडस्ट्रीज के साथ” कार्यक्रम में मंत्री विपुल गोयल ने उद्योग जगत से जुड़े प्रमुख प्रतिनिधियों से मुलाकात की

फरीदाबाद , जनतंत्र टुडे / सोमवार को फरीदाबाद में आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा आयोजित “हरियाणा सरकार इंडस्ट्रीज के साथ” कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने फरीदाबाद के उद्योग जगत से जुड़े प्रमुख प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस कार्यक्रम में हरियाणा की आर्थिक प्रगति और विकसित भारत के लक्ष्य में उद्योगों की अहम भूमिकाओं पर गहन चर्चा हुई। हरियाणा सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री राजेश नागर भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में आईएमटी प्रेसिडेंट वीर भान शर्मा, मुख्य संरक्षक एच.एल. भूटानी सहित अन्य सदस्य एवं विशिष्ट अतिथिगण शामिल हुए।

कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि आईएमटी फरीदाबाद की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने यह भी कहा कि फरीदाबाद की औद्योगिक प्रगति केवल उद्योग जगत तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इसका प्रभाव पूरे जिले के आर्थिक और सामाजिक विकास पर पड़ता है। उन्होंने कहा, “जब एक इंडस्ट्री बढ़ती है, तो उसके आस-पास का पूरा ईकोसिस्टम फलता-फूलता है। इसमें कर्मचारी, उनके परिवार, छोटे व्यवसायी, क्लिनिक, अस्पताल, और शिक्षा संस्थान सभी शामिल हैं। उद्योग की सफलता, राज्य और समाज की समृद्धि का आधार है।”

भारत की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश

चूंकि यह कार्यक्रम उद्योग और अर्थव्यवस्था केंद्रित था, इसलिए भारत की आर्थिक प्रगति पर चर्चा करते हुए विपुल गोयल ने कहा, “आज भारत ग्लोबल इकोनॉमी में लंबी छलांग लगाकर शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो रहा है। आईएमएफ और S&P Global Ratings ने यह भी स्पष्ट किया है कि 2027 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा और 2030 तक यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”

उन्होंने “विकसित भारत” के सपने को साकार करने के लिए “मैं नहीं, हम” के सिद्धांत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह लक्ष्य केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं होगा। उद्योगपतियों के नवाचार और प्रयास ही इसे साकार करेंगे।”

उद्योगपतियों को सरकार का भरोसा

विपुल गोयल ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि हरियाणा सरकार उनके साथ है और उनके प्रयासों को हर संभव समर्थन देगी। उन्होंने कहा, “स्टेट का काम बिजनेस करना नहीं है, लेकिन स्टेट उन बिजनेस पर टिकी है, जो आप जैसे लोग बनाते हैं।”

कार्यक्रम के माध्यम से आपसी सामंजस्य और सहयोग को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *