जनसंचार और पत्रकारिता वभाग ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के उपलक्ष्य में विशेष सत्र का किया आयोजन
फरीदाबाद, जनतंत्र टुडे / राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर 16 ए फरीदाबाद में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग ने एक विशेष सत्र का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ सुनिधि में छात्रायों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस पत्रकारिता के मूल्यों और पत्रकारों की भूमिका को समझने और सम्मान देने का दिन है। यह दिवस हमें यह याद दिलाता है कि एक स्वतंत्र प्रेस लोकतंत्र के लिए कितना आवश्यक है, क्योंकि यह सरकार और जनता के बीच एक पुल की तरह कार्य करता है।
विभागाध्यक्षा श्रीमती शालिनी खुराना ने बताया की राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर साल 16 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत में स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की स्वतंत्रता और उसके महत्व को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। 1966 में भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना के साथ, यह दिवस प्रेस की निष्पक्षता और स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए मनाया जाता है l तीसरे वर्ष की छात्रा सारिका मिश्रा ने पीसीआई के गठन के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि प्रेस की आजादी बहुत महत्वपूर्ण है। पत्रकारिता की कुछ ज़िम्मेदारियां भी होती हैं, जिन्हें पत्रकारों को निभाना जरूरी होता है।
विभाग की प्राध्यापिका डॉ. रचना सैनी ने बताया कि प्रेस की आजादी और उसकी गरिमा को सुनिश्चित करने के लिए 16 नवंबर, 1966 को भारतीय प्रेस परिषद (प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया – पीसीआई) का गठन किया गया था। इसके महत्व को बनाए रखने के लिए ही राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। अंतिम वर्ष की छात्राओं ने भी प्रेस से जुड़े विचार प्रकट किए। सहायक प्राध्यापक सुरेश कुमार ने प्रसार भारती एक्ट और आईटी एक्ट के बारे में छात्रायों सेचत्राओं जानकारी सांझा की l
कार्यक्रम में प्राध्यापिका सविता नागर ने छात्राओं को सचेत करते हुए कहा कि सोशल मीडिया अपडेट रहने व मनोरंजन के लिए बेहतरीन मंच है, परंतु इसका अधिक उपयोग करने से मानसिक तनाव हो सकता है। ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर अपनी निजी जानकारी सोच समझकर ही साझा करें। कार्यक्रम में विभाग की लगभग 90 छात्राओं ने हिसा लिया l