सब मोह-माया,शिव को समर्पित किया हुआ जल, जरूर बदलेगा तुम्हारा कल : प्रदीप मिश्रा
फरीदाबाद, जनतंत्र टुडे / देवा ओ देवा महादेवा सारी उम्र करूं तेरी सेवा, बाबा जी मेरी लाज रखना आज जैसे ही विश्व प्रसिद्व कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले ने कथा में यह गीत गाया तो कथा पंंडाल में पहुंचे शिवभक्त अपने स्थानों से खडें होकर नाचने और गाने लगे। वहीं पंडाल मेें शिवभक्तो द्वारा एक सुर में गाएं गए भजन से एक सकारात्मक ऊर्जा पैदा हो गई। बुधवार को स्कन्देश्वर शिवपुराण का गुणगान किया गया। उक्त वाक्या फरीदाबाद के उद्योगपति द्वारा प्रवीण पाराशर एवं हेमलता पाराशर आयोजित शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहें।
जैसा कि बताया गया कि इससे पूर्व भी प्रवीण पाराशर एक अन्य कथा भी आयोजित कर चुके है।इस कड़ी में विश्व ख्याती प्राप्त पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जब भी हम भगवान शिव का गुणगान करते हैं तो भगवान शिव हमें थोड़ा सा धक्का मार देते हैं और हमारी नैया पार हो जाती है। वहीं अगर आप किसी लक्ष्य को लेकर बैठतें है साथ ही हम प्रार्थना करते हंै तो शिव पुराण की कथा कहतीं है कि अगर वह कार्य नहीं बनता है तो भगवान शिव का धन्यवाद देना चाहिए,क्योंकि हो सकता है हमारे लिए इससे भी अच्छा सोचा हुआ हो। हमारे में मन कभी भी नकारात्मक भाव नहीं आने चाहिए।
वहीं उन्होंने शिव कथा को सुनने वाले लोगों से कहा कि आप अपने मन में भाव लेकर भगवान शिव और पार्वती माता हमारे माता-पिता है।वहीं उन्होंने सच्चे सुख का वर्णन करते हुए कहा कि जितने भी पैसे वाले बैठें हो तो उनसे पूछना बड़े और छोटे में क्या फर्क है। लेकिन बड़े तनाव में है लेकिन देखना छोटा व्यक्ति अधिक खुश मिलेगा। बड़े को तनाव,परेशानी रहेगी, लेकिन छोटा खुश है। आप रोड़ पर कितना भी टैक्स जमा कर दो लेकिन रोड पर रह नहीं सकते हैं, उसी प्रकार संसार के लिए परिवारख्कुंटुब, बेटा-बेटी ,अपने पराएं के लिए कितना भी कर दो आखिर में ताना सुनने को अवश्य मिलेगा। जबकि शिव पुराण की कथा कहतीं है अगर आपने शंकर को गलती से भी एक लोटा जल समर्पित किया है तो तुम्हारें द्वारा चढाया गया एक लोटा जल आपका कल जरूर बदलेगा और वह जल तुम्हें अवश्य फल देगा।