बच्चों को खिलाई पेट के कृमि खत्म करने के लिए एलबेंडाजोल टैबलेट्स
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे/ राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा फरीदाबाद की जूनियर रेड क्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा की अध्यक्षता में नेशनल डी वॉर्मिंग डे के अवसर पर विद्यालय की सभी छात्राओं और छात्रों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई। प्रधानाचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि पेट में कीड़े होने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विस्तार रुक जाता है।
इस कारण बच्चों के पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई जानी आवश्यक हैं। अल्बेंडाजोल एक एंटीपैरासिटिक दवा है जो पैरासाइट वोर्म इन्फेक्शन के कारण होने वाली बीमारियों का उपचार करती है।
ये टैबलेट्स सामान्यतः न्यूरोकाइस्टिसरोसिस आंतों का इन्फेक्शन, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन जैसी बीमारियों के लिए दी जाती है। यह दवा एंटीलमिंटिक्स के रूप में जानी जाने वाली दवाओं के समूह के अंतर्गत आती है जो कि पैरासाइट वोर्म को उल्लेखनीय क्षति या शरीर को नुकसान पहुंचाए बिना उन्हें मार देती है। इसका सेवन टैबलेट के रूप में किया जाता है। आज विद्यालय के सभी उपस्थित छात्र छात्राओं को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई गई। उन्होंने बताया कि डी वार्मिंग डे के अंतर्गत 1 से 19 साल तक के बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली गोलियां खिलाईं जातीं हैं।
प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि विद्यार्थियों को बताया गया कि पेट की बीमारियों से बचने के लिए रोटी खाने से पहला अपने हाथ साबुन के साथ धोकर साफ कर लेने चाहिए, फलों और खाने वाली वस्तुओं को हमेशा साफ सुथरा कर के ही खाना चाहिए।
प्राचार्य मनचन्दा ने बच्चों को साफ-सफाई रखने, अच्छी तरह हाथ धोने के बारे में बताते हुए कहा कि अक्सर बच्चों में पेट की बीमारियां हो जाती है, जिससे पेट में कीड़े हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों को बताया गया कि बच्चों में पेट के कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल गोलियां पेट के कृमियों का अंत करके स्वास्थ्य लाभ करने में बहुत ही कारगर हैं। बच्चों को यह भी बताया गया कि वे नंगे पैर न चले और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें। विद्यालय के 2110 बच्चों को ये टैबलेट खिलाई गई जो बच्चे आज रह गए उन्हें ये टैबलेट 24 सितंबर को मोप अप प्रोग्राम में खिलाई जाएगी।
इस अवसर पर विद्यालय की नोडल प्राध्यापिका मीनाक्षी सहित समस्त स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।