कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मॉक ड्रिल आयोजित
फरीदाबाद,जनतंत्र टुडे
डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल मुख्यालय को प्रेषित की है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक को यह रिपोर्ट पेश की थी। जहां अनिल मलिक ने सेक्टर-12 में अधिकारियों की बैठक ली थी।
इसमें बीके अस्पताल में वेंटिलेटर चालू हालत में मिले और ऑक्सीजन की भी कमी नहीं मिली। वहीं सोमवार को बीके अस्पताल के परिसर में बने अस्थायी अस्पताल के कोविड वार्ड में और एंबुलेंस में कोरोना के एक डमी मरीज को लाया गया। सायरन बजाते हुए पहुंची एंबुलेंस को देखकर एक बार तो लोग घबरा गए। उन्हें बताया गया कि यह मॉकड्रिल है। इस दौरान डॉक्टर सविता यादव सहित कई डॉक्टर और नर्स कोविड वार्ड में तैनात थी।
बता दें कि मॉक ड्रिल का मुख्य मकसद संसाधनों की जांच करना था तो इस लिहाज से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सबसे पहले डमी मरीज की हालत जांची। उसकी हालत नाजुक बताते गए डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर की ओर लेकर जाने का फैसला किया। वेंटिलेटर चालू किया गया, तो वह ठीक हालत में मिला। इस दौरान ऑक्सीजन लेवल सहित अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी जांच की गई।
फरीदाबाद में कोरोना केसो के बढ़ने पर बीके अस्पताल में सोमवार को मॉक ड्रिल के दौरान जिला में ऑक्सीजन की क्षमता 24 ऑक्सीजन प्लांटो इनमें 10 प्लांट सरकारी अस्पताल में और 14 प्लाट निजी अस्पताल में भी जांच की गई है। जहां 4490 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन सरकारी अस्पतालों में और 5218 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन निजी अस्पतालों में पाई गई। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 1049 कुल इनमें से 662 सरकारी अस्पताल व 387 निजी अस्पतालों में हैं। वहां भी पर्याप्त मिल रही थी। खास बात यह है कि मॉक ड्रिल के दौरान डॉक्टर सहित बाकी स्टाफ ने पीपीई किट पहनी हुई थी।
कोरोना के नोडल अधिकारी डॉक्टर राम भगत ने बताया कि 35 निजी अस्पतालों का डाटा ऑनलाइन सोमवार को मुख्यालय में ऑनलाइन प्लेट फार्म प्रणाली पर अपडेट किया गया। बाकी 53 अस्पतालों का डाटा आज मंगलवार को अपलोड करवाया गया है।
उन्होंने बताया कि कोरोना की तैयारियों को लेकर सोमवार को समीक्षात्मक बैठक में कोरोना के नोडल अधिकारी डॉक्टर राम भगत ने बताया था कि आज सोमवार को मॉकड्रिल के GS पहले दिन बीके अस्पताल के कोविड वार्ड में संसाधनों की जांच की गई। इस दौरान सब कुछ ठीक मिला। सरकारी और निजी अस्पतालों का डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है। यह काम मंगलवार तक पूरा कर लिया जाएगा। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। हालात नियंत्रण में है और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है।